Bhichar (भीचर जाट)
जानकारी
- भीचर जाट
भींचर ( भुच्चर ) गोत्र जाट राजस्थान गुजराज और मध्य प्रदेश में पाए जाते है। भाषाई विविधता के कारण भींचर को भैचर , भच्चर , भास्कर आदि भी कहा जाता है। भाचर जाट पाकिस्तान में रहते है। भाचक पाकिस्तान के शाहपुर में पाया जाने वाला एक खोकर वंश है।
- उपविभाग खोकर गोत्र
खोकर गोत्र के कई उप – विभाजन है , जैसे बंदियाल, भाचर , ढोलका , गंजियाल , जालप , मोजेका , निसोवना , रावल और देनार एचए रोज के अनुसार खोखक से प्राप्त जाट वंश है। बोहला और खोखक हरल , अजरा , भालू और भाला भी खोखक जाटों के उपगोत्र है।
- इतिहास
भींचर गोत्र के लोगो का मूल निवास गुजरात में था। सांभर के किसी शासक ने भीचवा गांव बसाया। इनका बोरावर राजपूत शासक से युद्ध हुआ। इस शासक ने इकिया जाटों से कलवा छीन लिया | इसका बिचारो ने विरोध किया। भिचरो का एक परिवार कुकनवाली के कुकाना जाटों के साथ रहता था। फिर वे नालोट मेवबास गए। उन्होंने ‘ भीचरो का बास ‘ की राजस्थान की। इस गोत्र के केसर सिंह भींचर एक महान योद्धा थे। एक राजपूत स्त्री उसकी धर्मबहन थी।
शेखवतो ने इस महिला की गारो छीन ली। राजपूतों महिला के अनुरोध पर केसर सिंह ने चोरों का पीछा किया , मुंडवाड़ा में उनका सामना हुआ और उन्होंने बहादुरी से तलवार ने उनसे युद्ध किया और उनसे गए वापस ले ली थी। केसर सिंह गाय छीन ली। राजपूतों महिला के अनुरोध पर केसर सिंह ने चोरों का पीछा किया। तभी दुश्मनी ने पीछे से उन पर हमला कर दिया, क्योंकि वह तैयार नहीं थे। उसका सिर काट दिया गया।
सिर कटने के बाद भी वे बिना सिर के ही घोड़े पर सवार होकर ‘ लांबा कोटड़ा ‘ तक चले । यह खबर जंगल की आग की तरह इलाके में फैल गई। जब राजपूतों महिला की यह पता चला तो वह मौके पर पहुंची और उसे राखी का धागा बांधा , तभी उसका सिर जमीन पर गिर पड़ा।राजपूतों और भीचरों ने यहाँ केसर सिंह भींचर की समाधि परएफ छतरी आज भी बहुत पवित्र है।
- भींचर वंश द्वारा स्थापित गांव
भीचरी – राजस्थान में चुरू जिले की रतनगढ़ तहसील में स्थित एक नगर।
भीचरो की ढाणी – राजस्थान में नागौर जिले की डिडवाना तहसील का एक गांव।
भीचरवाड़ी (भीचरवाड़ी) जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा तहसील में एक गांव है।
यह नागवंश का शाखा गोत्र है । इस गोत्र के लोग राजस्थान के क्षेत्रों में आबाद है।
- समाजसेवी जन
श्री हरिलाल भींचर पूर्व सरपंच ग्राम व पो० बानूड़ा जिला सीकर।
श्री सूरजाराम भींचर अध्यापक , ग्राम पो० खूड जिला सीकर।
श्री भागीरथ सिंह , मु रिडमल की ढाणी फतेहपुर जिला।
श्री नानक राम भींचर पुत्र श्री लखुराम भींचर मु० तारपुर , टकराथल सीक।
श्री सतीश कुमार भींचर पटेल कॉलोनी , नवलगढ़ रोड सीकर।
श्री हीराराम पुत्र श्री भानुराम भींचर पो० बोरावड जिला नागौर।
श्री सतीश कुमार भींचर , खिरोड़ सीकर अच्छे समाजसेवी जन है।